माता सरस्वती की आरती | Mata Saraswati Ki Aarti

आरती श्रृंखला में पाठकों के लिए उपलब्ध है ज्ञान और विद्या की देवी सरस्वती जी की पूजा में उपयोगी माता सरस्वती की आरती ॥ माता सरस्वती की आरती ॥ जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।सद्गुण, वैभवशालिनि, त्रिभुवन विख्याता ॥जय०॥ चन्द्रवदनि, पद्मासिनि द्युति मंगलकारी।सोहे हंस-सवारी, अतुल तेजधारी ॥जय०॥ बायें कर में वीणा, दूजे कर माला।शीश … Read more

श्री सरस्वती स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित | Saraswati Stotram In Hindi

ज्ञान और विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा में श्रद्धा – भक्ति के साथ श्री सरस्वती स्तोत्र का पाठ करना अत्यन्त लाभदायक है। ॥ श्री सरस्वती स्तोत्र ॥ या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृताया वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना ।या ब्रह्माच्युतशङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दितासा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥1॥ अर्थ – जो कुन्द के फूल, चन्द्रमा और बर्फ … Read more

वट सावित्री व्रत कथा, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त – Vat Savitri Vrat 2022

अपने पति की लम्बी आयु और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए विवाहित स्त्रियाँ प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास में वट सावित्री व्रत का अनुष्ठान करती हैं। उत्तर भारत में इस व्रत को ज्येष्ठ अमावस्या के दिन जबकि दक्षिण के प्रदेशों में इसे ज्येष्ठ पूर्णिमा को मनाया जाता है। अमावस्या के दिन मनाये जाने वाले व्रत … Read more

काल करे सो आज कर आज करे सो अब | Kabir Ke Dohe

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काल करे सो आज कर, आज करे सो अब ।पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब ॥ अर्थ – कबीर दास जी इस दोहे में कहते हैं कि कभी भी कल पर कोई काम मत छोड़ो, जो कल करना है उसे आज कर लो और जो आज करना है उसे अभी कर लो। किसी को … Read more

साम दाम दंड भेद का अर्थ | Saam Daam Dand Bhed Meaning

शास्त्रों में कहा गया है कि जो उपायों को बतलाये या पथ प्रदर्शन करे वही नीति है। मत्स्य पुराण में मनु के पूछने पर मत्स्य रूपधारी भगवान श्रीहरि ने साम दाम दंड भेद नीति का उपदेश दिया है। आइये विस्तार से जानते हैं साम दाम दंड भेद का अर्थ एवं प्रयोग। साम – नीति का … Read more

श्री हनुमान जी की आरती

आरति कीजै हनुमान लला की ।दुष्टदलन रघुनाथ कला की ॥जाके बल से गिरिवर काँपै ।रोग-दोष जाके निकट न झाँपै ॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई ।संतन के प्रभु सदा सहाई ॥दे बीरा रघुनाथ पठाये ।लंका जारि सीय सुधि लाये ॥ लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।जात पवनसुत बार न लाई ॥लंका जारि असुर संहारे ।सियारामजी … Read more

श्री गणेश जी की आरती

विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा में उपयोगी गणेश जी की आरती । जय गणेश जय गणेश,जय गणेश देवा ।माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा ॥ एक दन्त दयावन्त,चार भुजाधारी ।माथे पर तिलक सोहे,मूसे की सवारी ॥ पान चढ़े, फूल चढ़ेऔर चढ़े मेवा।लडुवन का भोग लगे,संत करे सेवा ॥ जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा ।माता जाकी … Read more

भक्त प्रह्लाद की कहानी | Bhakt Prahlad Story In Hindi

विष्णु पुराण में भक्त प्रह्लाद की कथा का उल्लेख है। प्रह्लाद भगवान विष्णु के अनन्य भक्तों में से एक थे। आइये विस्तार से जानते हैं भक्त प्रह्लाद की कहानी जो अत्यंत रोचक और बच्चों के लिए प्रेरणादायक है। सनकादि ऋषियों के शाप के कारण भगवान विष्णु के पार्षद जय एवं विजय को दैत्ययोनि में जन्म … Read more

गुरु गोविन्द दोऊ खड़े काके लागू पाय | Kabir Ke Dohe

गुरु गोविन्द दोऊ खड़े , काके लागू पाय |बलिहारी गुरु आपने , गोविन्द दियो बताय || अर्थ – कबीर दास जी ने इस दोहे में गुरु की महिमा का वर्णन किया है। वे कहते हैं कि जीवन में कभी ऐसी परिस्थिति आ जाये की जब गुरु और गोविन्द (ईश्वर) एक साथ खड़े मिलें तब पहले … Read more

51 शक्तिपीठ के नाम और जगह | 51 Shakti Peeth List In Hindi

इस पोस्ट में हम आपको माता सती के शरीर के विभिन्न अंगों से निर्मित 51 शक्तिपीठ की लिस्ट उनके वर्तमान स्थान और वहाँ की अधिष्ठात्री शक्ति एवं भैरव के विषय में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। पुराणों में 51 शक्तिपीठ के नाम और जगह का अलग-अलग प्रकार से वर्णन है। विभिन्न ग्रंथों में इनकी … Read more

सप्तर्षि मण्डल के ऋषियों के नाम और उनका परिचय

सृष्टि के विस्तार के लिए ब्रह्मा जी ने मन के संकल्प से अपने ही समान तेजस्वी दस मानस पुत्रों को उत्पन्न किया। उनके नाम हैं – मरीचि , अत्रि , अङ्गिरा , पुलस्त्य , पुलह , क्रतु , भृगु , वशिष्ठ , दक्ष तथा नारद। ये ही ऋषि अलग अलग मन्वन्तरों में सप्तर्षि के रूप … Read more

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